quinta-feira, 8 de novembro de 2018

JAI

अंदाज़ से न नापिए किसी इंसान की हस्ती को,
ठहरे हुए दरिया अक्सर गहरे हुआ करते हैं !
हमारे हालात से न लगाओ अंदाज़ा हमारे वजूद का,
हम वो खामोश समंदर हैं जिसके पहलू में तूफ़ान पलते हैं !
जय श्री राम🙏🚩🎪
शुभरात्रि🙏😊




Nenhum comentário:

Postar um comentário